जिस रूप से क्रिया के होने के समय का बोध हो, उसे काल कहते हैं।
आज मेरे जन्मदिन पर दीदी मेरे लिए घड़ी खरीद रही हैं।
अगले साल मेरे जन्मदिन पर मेरे पापा कहीं बाहर ले जाएँ।
इस प्रकार से हम देखते हैं कि उपर्युक्त वाक्यों में क्रियाएँ अलग-अलग समय में हो रही हैं। तो इस प्रकार से ‘क्रिया के समय दर्शाने को’ ही ‘काल’ कहते हैं।
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Posted by Smt. K. A. Patel